Tuesday, April 20, 2010

अनुराग

ये जो मेरे गालों का रंग गुलाबी हु‌आ,
ये जो मेरी आँखों का रंग शराबी हु‌आ,
ये जो मेरी चाल बदली सी है,
ये जो मेरे हाल में बेसुधी सी है,
कारण मुझसे क्या पूछ्ते हो मेरे साँवरे,
जब कि तुम भी जानते हो,
वो तुम ही हो,
जिसके लिये हम हु‌ए हैं बावरे।

5 comments:

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  2. बहुत सुंदर।
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    क्या आप बता सकते हैं कि इंसान और साँप में कौन ज़्यादा ज़हरीला होता है?
    अगर हाँ, तो फिर चले आइए रहस्य और रोमाँच से भरी एक नवीन दुनिया में आपका स्वागत है।

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  3. विजय जी, इस शमा को जलाए रखें, परवाने लौट कर जा रहे हैं खाली हाथ।
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    ये साहस के पुतले ब्लॉगर।
    व्यायाम द्वारा बढ़ाएँ शारीरिक क्षमता।

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